भाई दूज व्रत कथा

भाई दूज व्रत कथा भाई-बहन के अटूट प्रेम और स्नेह के प्रतीक का पर्व भाई दूज की कथा इस प्रकार से है- छाया भगवान सूर्यदेव की पत्नी हैं जिनकी दो संतान हुई यमराज तथा यमुना. यमुना अपने भाई यमराज से … Read More

शनिवार व्रत कथा

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शनिवार व्रत कथा एक समय में स्वर्गलोक में सबसे बड़ा कौन के प्रश्न पर नौ ग्रहों में वाद-विवाद हो गया | यह विवाद इतना बढ़ा की आपस में भयंकर युद्ध की स्थिति बन गई | निर्णय के लिए सभी देवता … Read More

शुक्रवार व्रत कथा

शुक्रवार व्रत कथा शुक्रवार (संतोषी माता)  के व्रत की विधि: इस दिन सूर्योदय से पूर्व उठें, ओर घर कि सफाई करने के बाद पूरे घर में गंगा जल छिडक कर शुद्ध कर लें| इसके पश्चात स्नान आदि से निवृ्त होकर, … Read More

ब्रहस्पतिवार व्रत कथा

ब्रहस्पतिवार व्रत कथा प्राचीन समय की बात है | किसी राज्य में एक बड़ा प्रतापी तथा दानी राजा राज्य करता था | वह प्रत्येक गुरूवार को व्रत रखता एवं भूखे और गरीबों को दान देकर पुण्य प्राप्त करता था परन्तु … Read More

बुधवार व्रत कथा

बुधवार व्रत कथा एक समय समतापुर नगर में एक मधुसुदन नामक बहुत ही धनवान साहुकार रहता था | साहुकार का विवाह नगर की सुन्दर और गुणवंती लड़की संगीता से हुआ था | एक बार वो अपनी पत्नी को लेने बुधवार … Read More

मंगलवार व्रत कथा

मंगलवार व्रत कथा प्राचीन काल में ऋषिनगर में केशवदत्त नाम का एक ब्राह्मण अपनी पत्नी अंजलि के साथ रहता था | केशवदत्त को धन-संपत्ति की कोई कमी नहीं थी | सभी लोग केशवदत्त का सम्मान करते थे, लेकिन कोई संतान … Read More

सोमवार व्रत कथा

सोमवार व्रत कथा पहले समय में अमरपुर नगर में एक धनी व्यापारी रहता था | सभी तरह की सुख सुविधाएँ उसके घर में थी | दूर-दूर तक उसका व्यापार फैला हुआ था | नगर के सभी लोग उस व्यापारी का … Read More

रविवार व्रत कथा

रविवार व्रत कथा सभी मनोकामनाएं पूर्ण करनेवाले और जीवन में सुख-समृद्धि, धन-संपत्ति और शत्रुओं से सुरक्षा हेतु सर्वश्रेष्ठ व्रत रविवार की कथा इस प्रकार से है- प्राचीन काल में एक बुढ़िया रहती थी | वह नियमित रूप से रविवार का … Read More

सरस्वती चालीसा

सरस्वती चालीसा :                              ॥दोहा॥ जनक जननि पद्मरज, निज मस्तक पर धरि। बन्दौं मातु सरस्वती, बुद्धि बल दे दातारि॥ पूर्ण जगत में व्याप्त तव, महिमा अमित अनंतु। दुष्जनों के पाप को, मातु … Read More

दुर्गा चालीसा

Bhawani mata

दुर्गा चालीसा :                          || मंत्र || ॐ सर्व मंगल मांगल्ये , शिवे सर्वार्थ साधिके  | शरण्ये त्रयम्बके गौरी , नारायणी नमोअस्तुते ||                                   … Read More