khatu shyam baba1

श्री खाटू श्यामजी की आरती

ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे । खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे ॥
रतन जड़ित सिंहासन, सिर पर चंवर ढुरे । तन केसरिया बागो, कुण्डल श्रवण पड़े ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे ॥
गल पुष्पों की माला, सिर पर मुकुट धरे । खेवत धूप अग्नि पर, दीपक ज्योति जले ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे ॥
मोदक खीर चूरमा, सुवरण थाल भरे । सेवक भोग लगावत, सेवा नित्य करे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे ॥
झांझ कटोरा और घड़ि़यावल, शंख मृदंग धुरे । भक्त आरती गावे, जय-जयकार करे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे ॥
जो ध्यावे फल पावे, सब दुःख से उबरे । सेवक जन निज मुख से, श्री श्याम-श्याम उचरे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे ॥
‘श्री श्याम बिहारीजी’ की आरती, जो कोई नर गावे । कहत ‘आलूसिंह’ स्वामी, मनवांछित फल पावे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे ॥
तन मन धन सब कुछ है तेरा, हो बाबा सब कुछ है तेरा । तेरा तुझको अर्पण, क्या लोग मेरा ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे ॥
जय श्री श्याम हरे, बाबा जी श्री श्याम हरे । निज भक्तों के तुमने, पूरण काज करे ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे ॥

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